हितोमी ऐहारा का टोक्यो से एक पोता है जो मिलने आता है, और चाचा अपनी पत्नी से अपने पोते के साथ दयालु व्यवहार करने के लिए कहते हैं। जब वो कमरे में जाकर बेड पर लेट गया तो उसे बेड के बगल में कपड़े धोने की टोकरी दिखाई दी, उसने पास जाकर अपनी चाची के सारे अंडरवियर देखे, उसे सूंघने और कल्पना करने के लिए लाल पैंटी की जरूरत थी कि उसकी चाची ने उसके सामने कामुक और पहना हुआ था। उसके चाचा और चाची ने बाथरूम में पूरे दिन एक दूसरे को चोदा और फिर गेस्ट हाउस में आए, जिससे वह तब तक असहनीय हो गया जब तक ... उसने घर जाने की इजाज़त माँगी जब वो सिर्फ उसकी चाची के घर पर था और वो अपनी बुआ के घर पर था और उसने पूछा "तुम इतनी जल्दी घर क्यों नहीं आ जाते और कुछ दिन और यहाँ खेलते हो" वो बर्दाश्त नहीं कर पाया और अपनी चाची की पैंटी निकाल कर बोला, "दिन भर तुम और मैं एक दूसरे को चोदते रहे जब मैंने तुम्हें बहुत परेशान देखा, तुम्हें पता है कि हर बार तुम्हें अपनी पैंटी उठानी होती है और के हस्तमैथुन करना पड़ता है?" वह बहुत गुस्से में था और उसने सूटकेस को खींच लिया, लेकिन उसकी चाची ने उसे होंठों पर चूमना जारी रखा और कहा, "तुम मुझे जल्दी क्यों नहीं बताते, मैं तुम्हें चोदूंगी। जब अंकल काम कर रहे थे तब दोनों ने सेक्स किया था, दोनों बहुत संतुष्ट थे भले ही वे अनाड़ी थे और चाचा के दोषी थे।
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